Friday, August 28, 2009

Eugene Onegin (1999) :- Alexander Pushkin






This movie is a Fantastic one.  Hats Off for Director Martha Fiennes . I will strongly recommend you to watch this movie. If you want Download link than Contact me by commenting .


1820. यूजीन उनेगिन एक ऊब से पीड़ित पीटर्सबर्ग का बांका, जिसके जीवन में नाच और संगीत पार्टियों के सिवा कुछ भी नहीं है. एक दिन उसे अपने चाचा से विरासत से संपत्ति मिल जाती है . जब वह दिहात चला जाता है, वह व्लादिमीर लेंसकी  नाम के अपने पड़ोसी, एक अनुभवहीन युवा कवि के साथ दोस्ती कर लेता है . एक दिन, लेंसकी उनेगिन को अपनी  मंगेतर, बहिर्मुखी और बल्कि अल्हड़ ओल्गा लरीना के परिवार के साथ भोजन करने के लिए ले जाता है. इस बैठक में ओल्गा की गंभीर पुस्तक प्रेमी बहन, तात्याना, उनेगिन के साथ प्यार में पड़ जाती है. इसके तुरंत बाद, तात्याना उनेगिन प्रति अपने प्यार के इज़हार का एक पत्र लिखती है. उसकी उम्मीदों के विपरीत उनेगिन पत्र का जवाब नहीं देता है. अगली बार जब वो मिलते हैं  तो उनेगिन ने एक भाषण से उसकी पेशकश को खारिज कर दिया. उनेगिन नसीहत जैसा कुछ बोलता जाता है और डिप्लोमेटिक तरीके से आपने प्रेम के बारे में धारणाओं की आड़ में तात्याना को ठुकरा देता है .

बाद में, लेंसकी शरारत से उनेगिन को  तात्याना नाम दिन उत्सव के लिए आमंत्रित करता है. उसे बस इतना बताता है कि इस छोटी सी सभा में तात्याना, उसकी बहन, और उसके माता पिता के और कोई नहीं होगा . जब उनेगिन आता है वह देखता है कि वहाँ एक विशाल दिहाती नाच पार्टी  है जो सेंट पीटर्सबर्ग की नाच पार्टियों (जिन से उनेगिन ऊभ चूका था) की पैरोडी है. उनेगिन आपने और तात्याना के बारे में गपशप के चलते मेहमानों के साथ और उसे आने के लिए राजी करने के लिए लेंसकी साथ चिढ़ जाता है ,. वह ओल्गा के साथ नृत्य और छेड़खानी करके बदला लेने का फैसला करता है. ओल्गा अपने मंगेतर के प्रति असंवेदनशील और जाहिरा तौर पर उनेगिन कि तरफ आकर्षित है. आपनी अतिरंजित ईमानदारी और अनुभवहीनता के कारण बुरी तरह से घायल  लेंसकी  उनेगिन को एक द्वंद्वयुद्ध के लिए चुनौती देता है जिसे परम्परागत अपेक्षाओं से प्रेरित उनेगिन अनिच्छा से स्वीकार करता है. द्वंद्वयुद्ध में, ना चाहते हुए भी उनेगिन लेंसकी को मार देता है, बाद में उस पर दु: ख व्यक्त करता है . उनेगिन फिर पछतावे की भावनाओं को यात्रा से ठंडा करने के लिए अपनी दिहात की जागीर से निकल पड़ता है .

तात्याना उनेगिन की हवेली में जाती है जहां वह उसकी पुस्तकों और उनके मार्जिनों में उसके नोट्स को पढ़ती है, और उसे यह सवाल दरपेश आता है कि कया उनेगिन का चरित्र विभिन्न साहित्यिक नायकों का एक कोलाज मात्र है, और वास्तव में कोई “ वास्तविक उनेगिन " नहीं है.

कई साल बीत चुके हैं और दृश्य मॉस्को का है , जहां उनेगिन सबसे प्रमुख नाच पार्टियों में भाग लेने और पुराने रूसी समाज के नेताओं के साथ बातचीत के लिए पहुंचा है. वह सब से खूबसूरत औरत, जिसने अब सभी के ध्यान कब्जा कर रखा है और पार्टी के लिए केंद्रीय है, को देखता है, और उसे यह जान पड़ा कि यह तो वही तात्याना है जिसके प्यार को उसने एक बार ठुकरा दिया था. अब वह एक वृद्ध जनरल से विवाहित है. यह "नयी" तात्याना देखने पर, इस तथ्य के बावजूद कि वो अब शादीशुदा है वह उसको प्यार से जीतने की कोशिश करता है. लेकिन उसे तात्याना स्वीकार नहीं करती . वह उसे कई पत्र लिखता है लेकिन कोई उत्तर प्राप्त नहीं होता . उपन्यास समाप्त होता है जब उनेगिन तात्याना को मिलने जाता है और उसे अपने पिछले प्यार को नवीनीकृत करने का अवसर प्रस्तुत करता है . तात्याना उसे एक भाषण से ठुकरा देती है , जिसमें उनेगिन की पहले की नसीहत की झलक है , जहां वह  उसके प्रति अपने प्यार और फिर भी अपने पति के लिए पूर्ण निष्ठा ,दोनों को कबूल करती है .

No comments:

Post a Comment